Umaria

Umaria News : किसी का ध्‍यान ही नहीं गया, इसलिए बाघ कर रहा है हमला – No one noticed thats why the tiger is attacking

Umaria News : बाघ के रहने, खाने, पीने के लिए पानी और घूमने के लिए संकुचित वन परीक्षेत्र ही बचा है। इसीलिए वह गांव की तरफ बढ़ रहा है। बांधवगढ़ में इस समय चारों तरफ आसपास तेजी से कंक्रीट का निर्माण चालू है।

द्वारा संजयकुमार शर्मा

प्रकाशित तिथि:

सोम, 15 अप्रैल 2024 01:04 अपराह्न (IST)

अद्यतन दिनांक:

सोम, 15 अप्रैल 2024 01:05 अपराह्न (IST)

पर प्रकाश डाला गया

  1. जंगल पर कब्जे के कारण कर रहे बाघ हमला।
  2. जमीन सुरिक्षत करने के चक्कर में लोग परेशान हैं।
  3. ईको सेंसटीव जाेन में भी किया जा रहा है निर्माण।

Umaria News : नई दुनिया प्रतिनिधि, उमरिया। मनुष्यों पर बाघों के हमले को लेकर लोग आक्रोषित जरूर हो रहे हैं लेकिन क्या कभी किसी ने सोचा बाघ ने हमला क्यों किया। बाघ के हमले में अनुज बैगा की मौत के बाद चारों तरफ दहशत की ज्वाला जली हुई है। बाघ के आवास स्थल पर मानव की दखलअंदाजी, कंक्रीट का निर्माण बढ़ता ही जा रहा है। परिणाम स्वरूप बाघ के रहने, खाने, पीने के लिए पानी और घूमने के लिए संकुचित वन परीक्षेत्र ही बचा है। इसीलिए वह गांव की तरफ बढ़ रहा है। बांधवगढ़ में इस समय चारों तरफ आसपास तेजी से कंक्रीट का निर्माण चालू है। अपनी जमीन सुरिक्षत करने के चक्कर में लोग बाघ के पथ मार्ग को भी नष्ट भ्रष्ट करने में लगे हैं, जिसके कारण बाघ का भ्रमण क्षेत्र तो कम हो रहा है साथ ही आवास स्थल भी प्रभावित हो रहा है।

उत्पन्न् हो रहा पानी का संकट

निमिष स्वामी का कहना है कि बाघ के भोजन और पानी की व्यवस्था पर भी प्रश्न चिन्ह लग गया है। यही कारण है बाघ आसान शिकार की तलाश में गांव की तरफ बढ़ रहे हैं और आक्रोशित हो मानव के ऊपर आक्रमण करने में लगे हैं। पहले पर्याप्त मात्रा में जंगल था जंगली जानवर भी काफी मात्रा में थे। बाघ को शिकार के लिए अन्यत्र भटकना नहीं पड़ता था, जिसके कारण प्राकृतिक संतुलन भी बरकरार था। बाघ कभी भी अपनी हद पार नहीं करता। प्रकृति ने अपना संतुलन बनाए रखने के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं की हैं, लेकिन मानव ने अपने स्वार्थ से वशीभूत हो प्रकृति की सारी व्यवस्थाओं को नष्ट भ्रष्ट कर दिया, जिसका खामियाजा आज हमें, हमारे ग्राम वासियों को भुगतना पड़ रहा है।

यह है बड़े कारण

जंगलों की अवैध कटाई, कंक्रीट का निर्माण, कहीं से भी बड़ी, चेनलिंक लगाकर, रास्ता प्रतिबंधित करने का प्रयास, जंगलों की अंधाधुंध कटाई कर बिल्डिंग का निर्माण, कर रहे हैं। उन पर किसी प्रकार का कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जा रहा, और ना ही कुछ कोई कहने वाला है। जिसका खामियाजा ग्राम वासियो को भुगतना पड़ता है। अब एसी घटना न घटित हो इसके लिए हमे सोचने समझने की जरूरत है।

MP DRISHTI NEWS

लेटेस्ट व शानदार खबरों के साथ सभी खबरें देखने के लिए बने रहे आपके आपने चैनल पर..... Mp drishti news

Related Articles

Back to top button